विधा -हाइकु के बारे में
1)
हाइकु में कुल तीन पंक्तियाँ और सत्रह वर्ण होते हैं ।
2)
इसमें आधा वर्ण नहीं गिना जाता ,
जैसे प्यार --दो वर्ण
3)
हाइकु की प्रथम एवं तृतीय पंक्ति में पांच वर्ण तथा दूसरी पंक्ति में सात वर्ण होते हैं।
4)
हाइकु के तीनो पंक्तियाँ स्वतंत्र होती हैं ,
5)
एक पंक्ति को तोड़ मरोड़ के तीन पंक्ति बना देना हाइकु नहीं होता...
हाइकु में कुल तीन पंक्तियाँ और सत्रह वर्ण होते हैं ।
2)
इसमें आधा वर्ण नहीं गिना जाता ,
जैसे प्यार --दो वर्ण
3)
हाइकु की प्रथम एवं तृतीय पंक्ति में पांच वर्ण तथा दूसरी पंक्ति में सात वर्ण होते हैं।
4)
हाइकु के तीनो पंक्तियाँ स्वतंत्र होती हैं ,
5)
एक पंक्ति को तोड़ मरोड़ के तीन पंक्ति बना देना हाइकु नहीं होता...
6)
हाइकु बिम्ब विधान की बोली द्वारा बोलता है
!7)
बिम्ब विचार या सुझाव ना हों
हाइकु तराशे हुये हीरे की तरह ना चमके बल्कि फेंके गये कंकड़ की तरह तरंगें पैदा करें ।
इसमे काहे से ज्यादा अनकहा होता है !
8)
एक अच्छे हाइकु की तीनो पंक्तियाँ सर्वथा
पूर्ण स्वतंत्र होती हैं लेकिन तीनो मिलकर एक बड़ी और प्रभाव पूर्ण कविता रचती हैं ।
9)
सतही ..हल्की फुल्की अभिव्यक्तियाँ हाइकु की प्रकृति से मेल नहीं खाती
10)
किसी वाक्य को ..कथन को ..5-7-5 के वर्णक्रम या बिम्बरहित भाव ..सतही तुकबंदियाँ हाइकु नहीं होते ।
11)
हाइकु में यदि गहन भावबोध या पूर्ण बिम्ब की रचना नहीं हो पाती तो हाईकु अपनी प्रखरता
खोने लगता है ... !
हाइकु बिम्ब विधान की बोली द्वारा बोलता है
!7)
बिम्ब विचार या सुझाव ना हों
हाइकु तराशे हुये हीरे की तरह ना चमके बल्कि फेंके गये कंकड़ की तरह तरंगें पैदा करें ।
इसमे काहे से ज्यादा अनकहा होता है !
8)
एक अच्छे हाइकु की तीनो पंक्तियाँ सर्वथा
पूर्ण स्वतंत्र होती हैं लेकिन तीनो मिलकर एक बड़ी और प्रभाव पूर्ण कविता रचती हैं ।
9)
सतही ..हल्की फुल्की अभिव्यक्तियाँ हाइकु की प्रकृति से मेल नहीं खाती
10)
किसी वाक्य को ..कथन को ..5-7-5 के वर्णक्रम या बिम्बरहित भाव ..सतही तुकबंदियाँ हाइकु नहीं होते ।
11)
हाइकु में यदि गहन भावबोध या पूर्ण बिम्ब की रचना नहीं हो पाती तो हाईकु अपनी प्रखरता
खोने लगता है ... !