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ब्लॉग संख्या :-469
नमन मंच
दिनांक .. ६••८••२०१९
विषय .. मिसाल / उदाहरण
**********************
हर्षित है मन आज मेरा, सच कहता हूँ उतराया है।
भारत अपने पूर्ण रूप मे, आज नजर जो आया है॥
आजदी के बाद पुनः फिर, वैसा गौरव पाया है।
काश्मीर का पूर्ण विलय, भारत मे जो हो पाया है॥
तृप्त हुई श्यामा की आत्मा, मन संताप मिटाया है।
भारत माँ का पुनः पुराना, गौरव लेकर आया है॥
तोड दिया उस बन्धन को जो, साजिश का परिणाम रहा।
भगवा चोला पहने के भारत, माता का जय कार किया॥
मातृ दिवस का ये मिसाल, मिलना शायद नामुमकिन है।
भारत फिर अहलादित है, ऐसा उदाहरण प्रस्तुत है॥
खण्ड-खण्ड को पुनः मिलाने ,पर तेरा अभिनन्दन है।
मोदी, शाह की इस जोडी को, शेर हृदय से वन्दन है॥
स्वरचित .. शेर सिंह सर्राफ
दिनांक .. ६••८••२०१९
विषय .. मिसाल / उदाहरण
**********************
हर्षित है मन आज मेरा, सच कहता हूँ उतराया है।
भारत अपने पूर्ण रूप मे, आज नजर जो आया है॥
आजदी के बाद पुनः फिर, वैसा गौरव पाया है।
काश्मीर का पूर्ण विलय, भारत मे जो हो पाया है॥
तृप्त हुई श्यामा की आत्मा, मन संताप मिटाया है।
भारत माँ का पुनः पुराना, गौरव लेकर आया है॥
तोड दिया उस बन्धन को जो, साजिश का परिणाम रहा।
भगवा चोला पहने के भारत, माता का जय कार किया॥
मातृ दिवस का ये मिसाल, मिलना शायद नामुमकिन है।
भारत फिर अहलादित है, ऐसा उदाहरण प्रस्तुत है॥
खण्ड-खण्ड को पुनः मिलाने ,पर तेरा अभिनन्दन है।
मोदी, शाह की इस जोडी को, शेर हृदय से वन्दन है॥
स्वरचित .. शेर सिंह सर्राफ
नमन मंच,भांवो के मोती
विषय मिसाल ,उदाहरण
विधा काव्य
06 अगस्त 2019,मंगलवार
पावन तपोभूमि भारत की
जो विश्व मिसाल बनी है।
सत्यमेव जयते के बल पर
भारत माता स्वयं खड़ी है।
सुनायक मिंले हैं इसको
कई मिसालें कायम की है।
चंद्रयान अंतरिक्ष पंहुचा
जगत शांति मिसाल दी है।
370 कश्मीर कलंक को
दो तिहाई मतों से हटा दिया।
यह मिसाल मुल्क कम नहीं
भारत माँ का मान बड़ा दिया।
असंभव को संभव करना
कूट कूट दृढ़ शक्ति भरना।
सैनिक ने सीखा जीवन में
मातृभूमि के हित में मरना।
गौरवशाली अतीत भारत
कई उदाहरण भरे पड़े हैं।
दी शहादत सीमा ऊपर
वक्त पड़ने पर रुंड लड़े हैं।
अहिंसा परमोधर्म सिखाया
विश्वकुटुम्बकम हमने माना।
कई मिसालें दी जगत नित
सुख शांति हमने पहिचाना।
धर्म कर्म में हम नहीं पीछे
कई मिसालें कायम की है।
कर्मण्येवाधिकारस्ते सबक
श्री कृष्ण अर्जुन को दी है।
स्व0 रचित,मौलिक
गोविन्द प्रसाद गौतम
कोटा,राजस्थान।
विषय मिसाल ,उदाहरण
विधा काव्य
06 अगस्त 2019,मंगलवार
पावन तपोभूमि भारत की
जो विश्व मिसाल बनी है।
सत्यमेव जयते के बल पर
भारत माता स्वयं खड़ी है।
सुनायक मिंले हैं इसको
कई मिसालें कायम की है।
चंद्रयान अंतरिक्ष पंहुचा
जगत शांति मिसाल दी है।
370 कश्मीर कलंक को
दो तिहाई मतों से हटा दिया।
यह मिसाल मुल्क कम नहीं
भारत माँ का मान बड़ा दिया।
असंभव को संभव करना
कूट कूट दृढ़ शक्ति भरना।
सैनिक ने सीखा जीवन में
मातृभूमि के हित में मरना।
गौरवशाली अतीत भारत
कई उदाहरण भरे पड़े हैं।
दी शहादत सीमा ऊपर
वक्त पड़ने पर रुंड लड़े हैं।
अहिंसा परमोधर्म सिखाया
विश्वकुटुम्बकम हमने माना।
कई मिसालें दी जगत नित
सुख शांति हमने पहिचाना।
धर्म कर्म में हम नहीं पीछे
कई मिसालें कायम की है।
कर्मण्येवाधिकारस्ते सबक
श्री कृष्ण अर्जुन को दी है।
स्व0 रचित,मौलिक
गोविन्द प्रसाद गौतम
कोटा,राजस्थान।
शीर्षक-- मिसाल/उदाहरण
विधा--दोहा
प्रथम प्रस्तुति
बेमिसाल रीतें यहाँ , बेमिसाल हर काम
पत्थर पर दूध चढ़ायँ , भूखे बच्चे आम ।।
गाय पुराणों में पढ़ी , गाय का बड़ा नाम
आज फिरे वो दर-ब-दर , स्वान करे आराम ।।
वक्त वक्त की बात है , वक्त के होय दाम
वही धूप हम ढूढ़ते , जेठ में वही घाम ।।
बड़ी नज़ीरें हैं यहाँ , हर कूचा हर धाम
चढ़ते सूरज को करें , जग में सभी सलाम ।।
सभ्य 'शिवम' कैसे हुए , सोचते सुवह शाम
वृद्धाश्रम बताय रही , स्व सोच का परिणाम ।।
बेमिसाल हम खुद हुए , नही है ये सुकाम
जड़ें सारी काट रहे , बैठे हैं हम बाम* ।।
बाम*- छत , अटारी
हरि शंकर चाैरसिया''शिवम्"
स्वरचित 06/08/2019
विधा--दोहा
प्रथम प्रस्तुति
बेमिसाल रीतें यहाँ , बेमिसाल हर काम
पत्थर पर दूध चढ़ायँ , भूखे बच्चे आम ।।
गाय पुराणों में पढ़ी , गाय का बड़ा नाम
आज फिरे वो दर-ब-दर , स्वान करे आराम ।।
वक्त वक्त की बात है , वक्त के होय दाम
वही धूप हम ढूढ़ते , जेठ में वही घाम ।।
बड़ी नज़ीरें हैं यहाँ , हर कूचा हर धाम
चढ़ते सूरज को करें , जग में सभी सलाम ।।
सभ्य 'शिवम' कैसे हुए , सोचते सुवह शाम
वृद्धाश्रम बताय रही , स्व सोच का परिणाम ।।
बेमिसाल हम खुद हुए , नही है ये सुकाम
जड़ें सारी काट रहे , बैठे हैं हम बाम* ।।
बाम*- छत , अटारी
हरि शंकर चाैरसिया''शिवम्"
स्वरचित 06/08/2019
मिसाल/उदाहरण
💐💐💐💐💐
नमन भावों के मोती।
नमस्कार गुरुजनों, मित्रों।
वो जग में मशहूर हो गए।
व्यक्तित्व की सुंदर मिसाल पेश किए।
जो नहीं कर सका कोई भी नेता,
वो करके जहां में बने विजेता।
चन्द्रयान अंतरिक्ष में भेजा।
तीन तलाक़ खत्म किया।
धारा 370 खत्म करके,
एक उदाहरण प्रस्तुत किया।
सारे जग से जोड़ा नाता।
सबसे भाईचारा निभा दिया।
सबने उनका माना लोहा।
कश्मीर समस्या हल किया।
सबके दिलों में छा गए।
दुनियां में नाम कमा लिया।
नमन है ऐसे व्यक्तित्व का,
जिसने देश का नाम रोशन किया।
💐💐💐💐💐💐💐
वीणा झा
बोकारो स्टील सिटी
स्वरचित
💐💐💐💐💐
💐💐💐💐💐
नमन भावों के मोती।
नमस्कार गुरुजनों, मित्रों।
वो जग में मशहूर हो गए।
व्यक्तित्व की सुंदर मिसाल पेश किए।
जो नहीं कर सका कोई भी नेता,
वो करके जहां में बने विजेता।
चन्द्रयान अंतरिक्ष में भेजा।
तीन तलाक़ खत्म किया।
धारा 370 खत्म करके,
एक उदाहरण प्रस्तुत किया।
सारे जग से जोड़ा नाता।
सबसे भाईचारा निभा दिया।
सबने उनका माना लोहा।
कश्मीर समस्या हल किया।
सबके दिलों में छा गए।
दुनियां में नाम कमा लिया।
नमन है ऐसे व्यक्तित्व का,
जिसने देश का नाम रोशन किया।
💐💐💐💐💐💐💐
वीणा झा
बोकारो स्टील सिटी
स्वरचित
💐💐💐💐💐
विषय- उदाहरण
सादर मंच को समर्पित -
सादर मंच को समर्पित -
🌺☀ मुक्तक ☀🌺
************************
💧 उदाहरण 💧
🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷
कर्म सदा उदाहरण बनाते
सत पथ चलते धीरे-धीरे ।
जो जुटते साहस से कर्मठ
मंजिल गढ़ते नीरे-क्षीरे ।
भीरु किनारे खड़े देखते
पथ की दुर्गमता से डर कर --
बन जाता दुर्भाग्य उन्ही का
जो हैं रहते तीरे-तीरे ।।
🍊🌻🌴🍋
🌴☀**...रवीन्द्र वर्मा आगरा
नमन मंच भावों के मोती
आज का कार्य--6/8/2019
शीर्षक -#मिसाल
विधा- प्रमाणिका छंद
मशाल ज्ञान की जला,
विहान हो नया भला।
कलाम की मिसाल दे,
विकास दीप बाल दे।।
नया जहान भी बने,
विशाल छत्र सा तने।
जवाब हो सवाल का,
मिटे निशां बवाल का।।
वितान नील व्योम हो,
बयार गूंज ओम हो ।
विधान संत- संत हो ,
मनो- विकार अंत हो।।
शालिनी अग्रवाल
स्वरचित सर्वाधिकार सुरक्षित
आज का कार्य--6/8/2019
शीर्षक -#मिसाल
विधा- प्रमाणिका छंद
मशाल ज्ञान की जला,
विहान हो नया भला।
कलाम की मिसाल दे,
विकास दीप बाल दे।।
नया जहान भी बने,
विशाल छत्र सा तने।
जवाब हो सवाल का,
मिटे निशां बवाल का।।
वितान नील व्योम हो,
बयार गूंज ओम हो ।
विधान संत- संत हो ,
मनो- विकार अंत हो।।
शालिनी अग्रवाल
स्वरचित सर्वाधिकार सुरक्षित
नमन मंच
विषय - मिसाल / उदाहरण
हाइकु
1
भारत देश
एकता की मिसाल
सुंदर भेष
2
हिंद के वीर
वीरता की मिसाल
देश सुरक्षा
3
परोपकार
तरू उदाहरण
न्यौछारें प्राण
4
श्रम मिसाल
पर्वत पर चढ़ी
नन्हीं चीटियां
5
निस्वार्थ भाव
सरी उदाहरण
देती जीवन
6
अथक श्रम
कृषक हैं मिसाल
उपजे अन्न
(स्वरचित )सुलोचना सिंह
भिलाई (दुर्ग )
विषय - मिसाल / उदाहरण
हाइकु
1
भारत देश
एकता की मिसाल
सुंदर भेष
2
हिंद के वीर
वीरता की मिसाल
देश सुरक्षा
3
परोपकार
तरू उदाहरण
न्यौछारें प्राण
4
श्रम मिसाल
पर्वत पर चढ़ी
नन्हीं चीटियां
5
निस्वार्थ भाव
सरी उदाहरण
देती जीवन
6
अथक श्रम
कृषक हैं मिसाल
उपजे अन्न
(स्वरचित )सुलोचना सिंह
भिलाई (दुर्ग )
नमन मंच
6.8.2018
मंगलवार
विषय -मिसाल / उदाहरण
विधा -छोटी बहर की ग़ज़ल
मिसाल बन जा
🍁🍁
तू अपनी मिसाल बन जा
काम तू बेमिसाल कर जा ।।
देखता ही रहे ज़माना तुझे
ज़िन्दगी मालामाल कर जा।
जीना आसान बना दे सबका
तू तो इतना कमाल कर जा।
चाहतों के समन्दर लहरा
सबको रोशन,बहाल कर जा
ख्य़्वाब पूरे हों ऐसा जज़्बा हो
कुछ को तो निहाल कर जा।
याद तुझको ‘ उदार’ ज़माना
करे
कुछ तो ऐसे सवाल कर जा।।
स्वरचित
डॉ० दुर्गा सिन्हा ‘ उदार ‘
6.8.2018
मंगलवार
विषय -मिसाल / उदाहरण
विधा -छोटी बहर की ग़ज़ल
मिसाल बन जा
🍁🍁
तू अपनी मिसाल बन जा
काम तू बेमिसाल कर जा ।।
देखता ही रहे ज़माना तुझे
ज़िन्दगी मालामाल कर जा।
जीना आसान बना दे सबका
तू तो इतना कमाल कर जा।
चाहतों के समन्दर लहरा
सबको रोशन,बहाल कर जा
ख्य़्वाब पूरे हों ऐसा जज़्बा हो
कुछ को तो निहाल कर जा।
याद तुझको ‘ उदार’ ज़माना
करे
कुछ तो ऐसे सवाल कर जा।।
स्वरचित
डॉ० दुर्गा सिन्हा ‘ उदार ‘
नमन भावों के मोती
6/8/2019
विषय-मिसाल/उदाहरण
............
बहुत हुए अब जाति धर्म के नाम पर झगड़े और बंटवारे
कब से हम सबको समझा समझा कर हारे
अब तो भाई चारे की एक मिसाल कायम करो..
करो मनोबल को सुदृढ़ और सशक्त इतना
कोई बाहरी व्यक्ति बल न दिखा पाए अपना
जग के समक्ष ऐसी कोई मिसाल कायम करो...
जो सराहनीय कृत्य आज मोदी सरकार ने कर दिखाया है
पक्ष तो क्या विपक्ष व दूर देश में निज संकल्पशक्ति का लोहा मनवाया है
ऐसे अद्भुत उदाहरणों से प्रेरित हो कर तुम भी तो कोई मिसाल कायम करो...
देश संगठित हो एक जुटता हो
सत्मार्ग के उदाहरणों की क्षमता हो
सिर्फ बातों से ही नहीं,कर्मो से कामयाबी की मिसाल कायम करो..!!
✍️वंदना सोलंकी©️स्वरचित
6/8/2019
विषय-मिसाल/उदाहरण
............
बहुत हुए अब जाति धर्म के नाम पर झगड़े और बंटवारे
कब से हम सबको समझा समझा कर हारे
अब तो भाई चारे की एक मिसाल कायम करो..
करो मनोबल को सुदृढ़ और सशक्त इतना
कोई बाहरी व्यक्ति बल न दिखा पाए अपना
जग के समक्ष ऐसी कोई मिसाल कायम करो...
जो सराहनीय कृत्य आज मोदी सरकार ने कर दिखाया है
पक्ष तो क्या विपक्ष व दूर देश में निज संकल्पशक्ति का लोहा मनवाया है
ऐसे अद्भुत उदाहरणों से प्रेरित हो कर तुम भी तो कोई मिसाल कायम करो...
देश संगठित हो एक जुटता हो
सत्मार्ग के उदाहरणों की क्षमता हो
सिर्फ बातों से ही नहीं,कर्मो से कामयाबी की मिसाल कायम करो..!!
✍️वंदना सोलंकी©️स्वरचित
नमन "भावो के मोती"
06/08/2019
"मिसाल/उदाहरण"
कविता
################
जागो नौजवानों आगे बढ़ो
तुम भारत की तकदीर हो
हर क्षेत्र में नवनिर्माण करो
पीढ़ियों के लिए मिसाल बनो
तुम माँ भारती की शान हो
सत्कर्मों का योगदान करो
सुविचारों को आयाम दो
जज्बे से उदाहरण पेश करो
तुम युवा देश की शान हो
नये-नये अनुसंधान करो
बेमिसाल उदाहरण बनो
ताकि देश प्रगतिशील हो
हिंद के सपने साकार करो
विषम परिस्थितियों का सामना करो
एकता और अखंडता कायम रखो
विश्व पटल पर सभी ..
हिंद को उदाहरण प्रस्तुत करे
स्वरचित पूर्णिमा साह
पश्चिम बंगाल ।।
06/08/2019
"मिसाल/उदाहरण"
कविता
################
जागो नौजवानों आगे बढ़ो
तुम भारत की तकदीर हो
हर क्षेत्र में नवनिर्माण करो
पीढ़ियों के लिए मिसाल बनो
तुम माँ भारती की शान हो
सत्कर्मों का योगदान करो
सुविचारों को आयाम दो
जज्बे से उदाहरण पेश करो
तुम युवा देश की शान हो
नये-नये अनुसंधान करो
बेमिसाल उदाहरण बनो
ताकि देश प्रगतिशील हो
हिंद के सपने साकार करो
विषम परिस्थितियों का सामना करो
एकता और अखंडता कायम रखो
विश्व पटल पर सभी ..
हिंद को उदाहरण प्रस्तुत करे
स्वरचित पूर्णिमा साह
पश्चिम बंगाल ।।
मंच को नमन🌹
आदरणीय जनों को
🌹🙏नमन🙏🌹
दिनांक-06/08/2019
विषय-मिसाल/उदाहरण
हाथ में तलवार हो
सैनिकों की कतार हो
गन हों बंदूक हों
गोलियां अचूक हों
हों दो या तीन या फिर हो चीन
मात हम देंगे....।
बमों की बौछार हो
टूटते मंदिर और मजार हो
खौफ भी अपार हो
दोस्ती की आड़ में
दुश्मनी शुमार हो
हो सना वो पाप से
या फिर हो पाक
उखाड़ हम देंगे....।
जनता के खून से मनती हो होली
दिवाली या रंगरलियां
भ्रष्ट आचरण का ओढ़े लबादा
भय और आतंक का
अपराधी आधा-आधा
हो कोई संगदिल या कोई नेता
क्रांति आकर रहेगी
#मिसाल हम देंगे....।
हर डबडबाई आँखों को
लाल का इंतजार हो
हर घाव से रिसती खून की धार हो
जुर्म की हों वादियाँ
कांटे भी हजार हों
दर्द से कराहता हो कोई पीर
या हो काश्मीर
युग बदलेगा अवश्य बदलेगा "सीमा"
अवतार हम देंगे....।
स्वरचित✍️
-सीमा आचार्य-(म.प्र.)
आदरणीय जनों को
🌹🙏नमन🙏🌹
दिनांक-06/08/2019
विषय-मिसाल/उदाहरण
हाथ में तलवार हो
सैनिकों की कतार हो
गन हों बंदूक हों
गोलियां अचूक हों
हों दो या तीन या फिर हो चीन
मात हम देंगे....।
बमों की बौछार हो
टूटते मंदिर और मजार हो
खौफ भी अपार हो
दोस्ती की आड़ में
दुश्मनी शुमार हो
हो सना वो पाप से
या फिर हो पाक
उखाड़ हम देंगे....।
जनता के खून से मनती हो होली
दिवाली या रंगरलियां
भ्रष्ट आचरण का ओढ़े लबादा
भय और आतंक का
अपराधी आधा-आधा
हो कोई संगदिल या कोई नेता
क्रांति आकर रहेगी
#मिसाल हम देंगे....।
हर डबडबाई आँखों को
लाल का इंतजार हो
हर घाव से रिसती खून की धार हो
जुर्म की हों वादियाँ
कांटे भी हजार हों
दर्द से कराहता हो कोई पीर
या हो काश्मीर
युग बदलेगा अवश्य बदलेगा "सीमा"
अवतार हम देंगे....।
स्वरचित✍️
-सीमा आचार्य-(म.प्र.)
भावों के मोती
बिषय- मिसाल
समग्र विश्व में नहीं जिसकी मिसाल
ऐसा अपना भारत देश।
अलग-अलग है जाति-धर्म मजहब
रहन-सहन, खान-पान और बेश।
फिर भी सब रहते मिलकर
दूर है बहुत इनसे हिंसा व द्वेष।
अनेकता में एकता, धर्म-निरपेक्षता
यही तो इस देश की सुन्दरता।
ऐसा देश नहीं मिलेगा कहीं भी
चाहे घूम कर देख लो तुम हर देश।
स्वरचित- निलम अग्रवाल, खड़कपुर
बिषय- मिसाल
समग्र विश्व में नहीं जिसकी मिसाल
ऐसा अपना भारत देश।
अलग-अलग है जाति-धर्म मजहब
रहन-सहन, खान-पान और बेश।
फिर भी सब रहते मिलकर
दूर है बहुत इनसे हिंसा व द्वेष।
अनेकता में एकता, धर्म-निरपेक्षता
यही तो इस देश की सुन्दरता।
ऐसा देश नहीं मिलेगा कहीं भी
चाहे घूम कर देख लो तुम हर देश।
स्वरचित- निलम अग्रवाल, खड़कपुर
भावों के मोती
6/08/19
विषय- मिसाल
मिसाल कोई मिलेगी
उजडी बहार में भी
उस पत्ते सी,
जो पेड़ की शाख में
अपनी हरितिमा लिये
डटा है अब भी।
हवाऔं की पुरजोर कोशिश
उसे उडा ले चले संग अपने
कहीं खाक में मिला दे,
पर वो जुड़ा था पेड के स्नेह से
डटा रहता हर सितम सह कर,
पर यकायक वो वहां से
टूट कर उड चला हवाओं के संग,
क्योंकि पेड़ बोल पड़ा उस दिन
मैने तो प्यार से पाला तुम्हे,
क्यों यहां शान से इतराते हो
मेरे उजड़े हालात का उपहास उड़ाते हो,
पत्ता कुछ कह न पाया
शरम से बस अपना बसेरा
छोड़ चला ,
वो अब भी पेड के कदमो में लिपटा है,
पर अब वो सूखा बेरौनक हो गया,
साथ के सूखे पुराने पत्तों जैसा
उदास ,
पेड की शाख पर वह
कितना रूमानी था।
स्वरचित।
कुसुम कोठारी।
6/08/19
विषय- मिसाल
मिसाल कोई मिलेगी
उजडी बहार में भी
उस पत्ते सी,
जो पेड़ की शाख में
अपनी हरितिमा लिये
डटा है अब भी।
हवाऔं की पुरजोर कोशिश
उसे उडा ले चले संग अपने
कहीं खाक में मिला दे,
पर वो जुड़ा था पेड के स्नेह से
डटा रहता हर सितम सह कर,
पर यकायक वो वहां से
टूट कर उड चला हवाओं के संग,
क्योंकि पेड़ बोल पड़ा उस दिन
मैने तो प्यार से पाला तुम्हे,
क्यों यहां शान से इतराते हो
मेरे उजड़े हालात का उपहास उड़ाते हो,
पत्ता कुछ कह न पाया
शरम से बस अपना बसेरा
छोड़ चला ,
वो अब भी पेड के कदमो में लिपटा है,
पर अब वो सूखा बेरौनक हो गया,
साथ के सूखे पुराने पत्तों जैसा
उदास ,
पेड की शाख पर वह
कितना रूमानी था।
स्वरचित।
कुसुम कोठारी।
नमन् भावों के मोती
6अगस्त2019
विषय:मिसाल/उदाहरण
विधा:दोहा
एक प्रयास
तीन सौ सत्तर अब हटी,मिला सबको सम्मान।
उदाहरण इतिहास का,अनुपम और महान।।(1)
पुनर्गठन कर कश्मीर का, विकास राह आसान।
मिशाल बना बढा कदम,सुंदर सुखद श्रीमान।।(2)
रमणीक मनोहर शान,जन्नत का स्वाभिमान।
एक भारत श्रेष्ठ भारत,मिसाल नवल उत्थान।।(3)
कर्म और कर्तव्य ज्ञान पथ,मनीष श्रेष्ठ सन्मार्ग।
उत्तम सदाचरण मिसाल,सद्गुण सत्य अनुराग।।(4)
©मनीष श्री
रायबरेली
6अगस्त2019
विषय:मिसाल/उदाहरण
विधा:दोहा
एक प्रयास
तीन सौ सत्तर अब हटी,मिला सबको सम्मान।
उदाहरण इतिहास का,अनुपम और महान।।(1)
पुनर्गठन कर कश्मीर का, विकास राह आसान।
मिशाल बना बढा कदम,सुंदर सुखद श्रीमान।।(2)
रमणीक मनोहर शान,जन्नत का स्वाभिमान।
एक भारत श्रेष्ठ भारत,मिसाल नवल उत्थान।।(3)
कर्म और कर्तव्य ज्ञान पथ,मनीष श्रेष्ठ सन्मार्ग।
उत्तम सदाचरण मिसाल,सद्गुण सत्य अनुराग।।(4)
©मनीष श्री
रायबरेली
नमन मंच
दिनांक-६/८/२०१९
शीर्षक-"मिसाल/उदाहरण
तलाश रहा था देश हमारा
ऐसे जननायक को
कश्मीर से कन्याकुमारी तक
फहराये एक तिरंगा को।
धन्य धन्य हुई भारत माता
ऐसे युगपुरुष मिले जो
बन गये मिसाल वो
देश की अखंडता बचाने को।
मशाल जलाओ जीत की
की मिसाल पेश हुआ आज
रकम को जिसको चाह नहीं
सुलह नहीं गद्दारों से।
देश भक्ति की जज्बा भर दे
हर वीर जवानों में
मशाल जलाओ जीत की
कि पतवार हमें मिल गये।
अखंडता के पाश को
शांति से निपटा दिये
श्रेष्ठ कर्मों से सदा
उदाहरण स्वंय बन गये।
स्वरचित आरती श्रीवास्तव।
दिनांक-६/८/२०१९
शीर्षक-"मिसाल/उदाहरण
तलाश रहा था देश हमारा
ऐसे जननायक को
कश्मीर से कन्याकुमारी तक
फहराये एक तिरंगा को।
धन्य धन्य हुई भारत माता
ऐसे युगपुरुष मिले जो
बन गये मिसाल वो
देश की अखंडता बचाने को।
मशाल जलाओ जीत की
की मिसाल पेश हुआ आज
रकम को जिसको चाह नहीं
सुलह नहीं गद्दारों से।
देश भक्ति की जज्बा भर दे
हर वीर जवानों में
मशाल जलाओ जीत की
कि पतवार हमें मिल गये।
अखंडता के पाश को
शांति से निपटा दिये
श्रेष्ठ कर्मों से सदा
उदाहरण स्वंय बन गये।
स्वरचित आरती श्रीवास्तव।
नमन भावों के मोती
विषय--मिसाल/
उदाहरण
दिनांक--6-8-19
विधा--दोहा मुक्तक
1.
जीवन में चलते सदा, अजब गजब सी चाल।
जीना हो जाता कठिन,होते हाल बेहाल।
कुदरत हैं सीधी सरल,सहज चाहती कर्म--
सहज सूत्र जो सीखते, बनते वही मिसाल।
2.
कई गेंद हों हाथ में, करना अगर कमाल।
गेंद न नीचे गिर सके,यही संतुलन पाल।
अनुभव अरु अभ्यास से,ये करतब भी होय-
ऐसा जो भी कर सकें,बनते वही मिसाल।
******स्वरचित*****
प्रबोध मिश्र ' हितैषी'
बड़वानी(म.प्र.)451551
विषय--मिसाल/
उदाहरण
दिनांक--6-8-19
विधा--दोहा मुक्तक
1.
जीवन में चलते सदा, अजब गजब सी चाल।
जीना हो जाता कठिन,होते हाल बेहाल।
कुदरत हैं सीधी सरल,सहज चाहती कर्म--
सहज सूत्र जो सीखते, बनते वही मिसाल।
2.
कई गेंद हों हाथ में, करना अगर कमाल।
गेंद न नीचे गिर सके,यही संतुलन पाल।
अनुभव अरु अभ्यास से,ये करतब भी होय-
ऐसा जो भी कर सकें,बनते वही मिसाल।
******स्वरचित*****
प्रबोध मिश्र ' हितैषी'
बड़वानी(म.प्र.)451551
सादर नमन भावों के मोती
06/08/2019
हाइकु - मिसाल/ उदाहरण
1-
राष्ट्र के लाल,
दुश्मन वास्ते काल,
फौजी मिसाल ।
2-
कश्मीर ताज,
स्वर्ग उदाहरण,
आये न आंच ।
3-
हटायी धारा,
मोदी करें कमाल,
श्रेष्ठ मिसाल ।
4-
कर्म शालीन,
संवरता व्यक्तित्व,
बने मिसाल ।
5-
सजा संवर,
संवारती दो घर,
बेटी मिसाल ।
-- नीता अग्रवाल
#स्वरचित
06/08/2019
हाइकु - मिसाल/ उदाहरण
1-
राष्ट्र के लाल,
दुश्मन वास्ते काल,
फौजी मिसाल ।
2-
कश्मीर ताज,
स्वर्ग उदाहरण,
आये न आंच ।
3-
हटायी धारा,
मोदी करें कमाल,
श्रेष्ठ मिसाल ।
4-
कर्म शालीन,
संवरता व्यक्तित्व,
बने मिसाल ।
5-
सजा संवर,
संवारती दो घर,
बेटी मिसाल ।
-- नीता अग्रवाल
#स्वरचित
नमन "भावो के मोती"
06/08/2019
"उदाहरण/मिसाल"
मुक्तक
1
माता-पिता की छाँव हो,
गुरू का मार्गदर्शन हो,
कर्मो से तप-तपकर तू,
कुंदन सा उदाहरण हो।
2
नशे की लत जब किसी को लग जाती है,
जिंदगी उसकी बद्तर ही हो जाती है,
दूनिया में उदाहरणों की कमी नहीं
समय से पहले ही मौत आ जाती है।
स्वरचित पूर्णिमा साह
पश्चिम बंगाल ।।
06/08/2019
"उदाहरण/मिसाल"
मुक्तक
1
माता-पिता की छाँव हो,
गुरू का मार्गदर्शन हो,
कर्मो से तप-तपकर तू,
कुंदन सा उदाहरण हो।
2
नशे की लत जब किसी को लग जाती है,
जिंदगी उसकी बद्तर ही हो जाती है,
दूनिया में उदाहरणों की कमी नहीं
समय से पहले ही मौत आ जाती है।
स्वरचित पूर्णिमा साह
पश्चिम बंगाल ।।
नमन भावों के मोती,
आज का विषय, मिसाल, उदाहरण,
दिनांक , 6,8,2019,
वार , मंगलवार
आज देश के लिए उदाहरण बने हुए हैं ,
हमारे प्रधानमंत्री श्री मोदी जी ।
काम जो अब तक उन्होंने कर दिये हैं,
बहुत ही खुश है जनता भारत की ।
सामर्थ्य हमारी जितनी जहाँ भी होती है ,
हम कोशिश करें उदाहरण बनने की ।
जो कलम की ताकत अपने पास है ,
उससे कोशिश करें हम जन जागरण की ।
अज्ञानता के अंधेरे को दूर करना है ।
ले लें शपथ हम ज्ञान का दीप जलाने की ।
उदाहरण बनने की हमको चाहत रखनी है ,
बहानी है धारा हम सब को मानवता की ।
स्वरचित, मीना शर्मा, मध्यप्रदेश
आज का विषय, मिसाल, उदाहरण,
दिनांक , 6,8,2019,
वार , मंगलवार
आज देश के लिए उदाहरण बने हुए हैं ,
हमारे प्रधानमंत्री श्री मोदी जी ।
काम जो अब तक उन्होंने कर दिये हैं,
बहुत ही खुश है जनता भारत की ।
सामर्थ्य हमारी जितनी जहाँ भी होती है ,
हम कोशिश करें उदाहरण बनने की ।
जो कलम की ताकत अपने पास है ,
उससे कोशिश करें हम जन जागरण की ।
अज्ञानता के अंधेरे को दूर करना है ।
ले लें शपथ हम ज्ञान का दीप जलाने की ।
उदाहरण बनने की हमको चाहत रखनी है ,
बहानी है धारा हम सब को मानवता की ।
स्वरचित, मीना शर्मा, मध्यप्रदेश
नमन मंच
शीर्षक-- मिसाल/उदाहरण
द्वितीय प्रस्तुति
प्रभु की हर रचना बेमिसाल है
चीटी को देखिये क्या कमाल है ।।
अपने से कई गुना वज़न उठाय
हाथी मात खाय कमजोर भाल है ।।
मोर को ही देखिये वाह वाह
क्या रंग रूप क्या जमाल है ।।
कोई न कहाय सानी उसका
कुदरत कला से मालामाल है ।।
कोयल की कूक पपीह प्यास
बुझाये पहेली करे सवाल है ।।
जितना पढ़ो प्रकृति कम 'शिवम'
पर भूले उसकी देखभाल है ।।
हरि शंकर चाैरसिया''शिवम्"
स्वरचित 06/08/2019
शीर्षक-- मिसाल/उदाहरण
द्वितीय प्रस्तुति
प्रभु की हर रचना बेमिसाल है
चीटी को देखिये क्या कमाल है ।।
अपने से कई गुना वज़न उठाय
हाथी मात खाय कमजोर भाल है ।।
मोर को ही देखिये वाह वाह
क्या रंग रूप क्या जमाल है ।।
कोई न कहाय सानी उसका
कुदरत कला से मालामाल है ।।
कोयल की कूक पपीह प्यास
बुझाये पहेली करे सवाल है ।।
जितना पढ़ो प्रकृति कम 'शिवम'
पर भूले उसकी देखभाल है ।।
हरि शंकर चाैरसिया''शिवम्"
स्वरचित 06/08/2019
:भावों के मोती:
#दिनांक६"८"२०१९:
#विषय :मिसाल,उदाहरण:
#विधा:काव्य:
#रचनाकार:दुर्गा सिलगीवाला सोनी:
""""""#मिसाल:उदाहरण#""""""
अपने आप को जब दोहराता है इतिहास,
अतीत की गौरवशाली सुनहरी याद दिलाता है
चन्द्रगुप्त चाणक्य की ही नीति पर चलकर,
भारत भाग्य मोदी शाह पर इठलाता है,
मिसाल बना देश 5 अगस्त के ही दिन,
राष्ट्र का लोकतंत्र भी बना एक उदाहरण है,
अपने ही देश में शरणार्थी बन जाने वाला,
अब सुरक्षित विश्व गुरु हिन्दू ब्राह्मण है,
कभी शरण दिया दया भाव से जिनको,
माना तो कृतघ्नों ने कोई उपकार ही नहीं,
अहसान का बदला कतलेआम से चुकाया,
परोपकारों का माना कोई आभार नहीं,
अब न्याय हुआ सत्ता की दखलंदाज़ी से,
अब जाग उठी है देश की सियासत,
अन्यायी भी अब कुछ सहमा हुआ है,
दुष्टों का इंतजार कर रही है हिरासत,
#दिनांक६"८"२०१९:
#विषय :मिसाल,उदाहरण:
#विधा:काव्य:
#रचनाकार:दुर्गा सिलगीवाला सोनी:
""""""#मिसाल:उदाहरण#""""""
अपने आप को जब दोहराता है इतिहास,
अतीत की गौरवशाली सुनहरी याद दिलाता है
चन्द्रगुप्त चाणक्य की ही नीति पर चलकर,
भारत भाग्य मोदी शाह पर इठलाता है,
मिसाल बना देश 5 अगस्त के ही दिन,
राष्ट्र का लोकतंत्र भी बना एक उदाहरण है,
अपने ही देश में शरणार्थी बन जाने वाला,
अब सुरक्षित विश्व गुरु हिन्दू ब्राह्मण है,
कभी शरण दिया दया भाव से जिनको,
माना तो कृतघ्नों ने कोई उपकार ही नहीं,
अहसान का बदला कतलेआम से चुकाया,
परोपकारों का माना कोई आभार नहीं,
अब न्याय हुआ सत्ता की दखलंदाज़ी से,
अब जाग उठी है देश की सियासत,
अन्यायी भी अब कुछ सहमा हुआ है,
दुष्टों का इंतजार कर रही है हिरासत,
भावों के मोती 🙏🙏
विषय - मिसाल / उदाहरण
नेक दिल इंसान बनो,
हिंदू ना मुसलमान बनो,
इंसानियत की मिसाल ,
देश की पहचान बनो ।
कंगूरे को थामे जो
वो सबल नींव महान बनो
बेइमानी का तोड़े भंवर
उस पतवार का ईमान बनो ।
संकट जब गहराये
घनघोर अंधेरा छा जाये
आशा की किरण
सहज समाधान बनो ।
(स्वरचित )सुलोचना सिंह
भिलाई (दुर्ग )
विषय - मिसाल / उदाहरण
नेक दिल इंसान बनो,
हिंदू ना मुसलमान बनो,
इंसानियत की मिसाल ,
देश की पहचान बनो ।
कंगूरे को थामे जो
वो सबल नींव महान बनो
बेइमानी का तोड़े भंवर
उस पतवार का ईमान बनो ।
संकट जब गहराये
घनघोर अंधेरा छा जाये
आशा की किरण
सहज समाधान बनो ।
(स्वरचित )सुलोचना सिंह
भिलाई (दुर्ग )
नमन भावों के मोती
06 जुलाई 19 मंगलवार
विषय - मिसाल/उदाहरण
विधा- हाइकु
💐💐💐💐💐💐
तज करके
पाप-पुण्य विचार
मिसाल बनो👌
💐💐💐💐💐💐
धारा हटाके
मिसाल बन गए
मोदी व शाह👍
💐💐💐💐💐💐
आसान नहीं
उदाहरण बनना
निर्णय लेना💐
💐💐💐💐💐💐
श्रीराम साहू अकेला
💐💐💐💐💐💐
06 जुलाई 19 मंगलवार
विषय - मिसाल/उदाहरण
विधा- हाइकु
💐💐💐💐💐💐
तज करके
पाप-पुण्य विचार
मिसाल बनो👌
💐💐💐💐💐💐
धारा हटाके
मिसाल बन गए
मोदी व शाह👍
💐💐💐💐💐💐
आसान नहीं
उदाहरण बनना
निर्णय लेना💐
💐💐💐💐💐💐
श्रीराम साहू अकेला
💐💐💐💐💐💐
भावों के मोती
विषय= मिसाल/उदाहरण__________________
भारत के सिर का ताज
चमकने लगा है आज
कर आजाद जम्मु कश्मीर को
मोदी जी बने एक मिसाल
रखा उदाहरण देश के सामने
कुछ कर गुजरने का
जज्बा हो अगर मन में
मुश्किल इस जहाँ में
कोई काम नहीं होता है
देशहित से बड़ा जग में
कोई धर्म नहीं होता है
देशभक्ति की दिलों में
मशाल तुम जला लो
इतिहास रचा शहीदों ने
एक इतिहास तुम भी रचो
देश ही धर्म,देश ही पूजा
इससे बड़ा न धर्म दूजा
ऐतिहासिक बड़ा यह पल है
सुनहरा आने वाला कल है
छप्पन इंच के छीने ने
बहुत बड़ा यह काम किया
धारा तीन सौ सत्तर हटाकर
देश को बड़ा उपहार दिया
***अनुराधा चौहान***© स्वरचित
नमन भावों के मोती
विषय - उदाहरण/ मिसाल
06/08/19
मंगलवार
कविता
दृढ़ इच्छाशक्ति से ही इतिहास लिखे जाते हैं,
और असम्भव लक्ष्य उसी से सम्भव हो पाते हैं।
दिया उदाहरण मोदीजी ने सर्वोत्तम निर्णय लेकर,
इसीलिए तो वे हर भारतवासी को भाते हैं।
बदल दिया भूगोल देश का अपनी रणनीति से,
उनके नेक इरादे सबको सत्पथ दिखलाते हैं।
सच्चे अर्थों में भारत ने वह आजादी पायी ,
जिसमें हम भारत को अब सम्पूर्ण देश पाते हैं।
स्वरचित
डॉ ललिता सेंगर
विषय - उदाहरण/ मिसाल
06/08/19
मंगलवार
कविता
दृढ़ इच्छाशक्ति से ही इतिहास लिखे जाते हैं,
और असम्भव लक्ष्य उसी से सम्भव हो पाते हैं।
दिया उदाहरण मोदीजी ने सर्वोत्तम निर्णय लेकर,
इसीलिए तो वे हर भारतवासी को भाते हैं।
बदल दिया भूगोल देश का अपनी रणनीति से,
उनके नेक इरादे सबको सत्पथ दिखलाते हैं।
सच्चे अर्थों में भारत ने वह आजादी पायी ,
जिसमें हम भारत को अब सम्पूर्ण देश पाते हैं।
स्वरचित
डॉ ललिता सेंगर
नमन मंच भावों के मोती
6/8/2019/
बिषय ,,मिसाल,, उदाहरण ,,
समाप्त हो गई तीन सौ सत्तर धारा
मुक्त हो गया कश्मीर हमारा
वर्तमान स्थिति की अनूठी मिसाल
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कमाल
जम्मू कश्मीर हो गया आबाद
खत्म हो गया भाई भतीजाबाद
मोदीजी पर गौरान्वित हैं सभी
नव नव आयाम को आशांवित हैं सभी
छूटे सारे बंधन मना रहे त्यौहार
खुल गए सभी के लिए विकास के द्वार
महफिल में गर्व से मोदीजी का नाम लिया जाएगा
स्वर्णिम अवसर का उदाहरण दिया जाएगा
पाक अधिकृत कश्मीर वापिस लेना है
दुश्मन के समक्ष नई मिसाल खड़ी करना है
कह दिया है तो करके भी दिखाऐंगे
आन बान से तिरंगा फहराएंगे
स्वरचित ,,सुषमा ब्यौहार
6/8/2019/
बिषय ,,मिसाल,, उदाहरण ,,
समाप्त हो गई तीन सौ सत्तर धारा
मुक्त हो गया कश्मीर हमारा
वर्तमान स्थिति की अनूठी मिसाल
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कमाल
जम्मू कश्मीर हो गया आबाद
खत्म हो गया भाई भतीजाबाद
मोदीजी पर गौरान्वित हैं सभी
नव नव आयाम को आशांवित हैं सभी
छूटे सारे बंधन मना रहे त्यौहार
खुल गए सभी के लिए विकास के द्वार
महफिल में गर्व से मोदीजी का नाम लिया जाएगा
स्वर्णिम अवसर का उदाहरण दिया जाएगा
पाक अधिकृत कश्मीर वापिस लेना है
दुश्मन के समक्ष नई मिसाल खड़ी करना है
कह दिया है तो करके भी दिखाऐंगे
आन बान से तिरंगा फहराएंगे
स्वरचित ,,सुषमा ब्यौहार
नमन मंच ०६/०८/२०१९
विषय-- मिसाल/उदाहरण
ताज हमारा लौटाया है, स्वाभिमान भी लौटाया है।
देखो भारत के वीर पुत्र ने, गौरव फिर से लौटाया है।।
जो अब तक नासूर बना था ,उसने उसको है सुलझाया।
बन कर मिसाल खोए वैभव को,उसने फिर से लौटाया है।
एक प्रधान है एक विधान है, एक देश में एक निशान है।
मान मिला है वर्षों बाद, कहता ऐसा अब स्वाभिमान है।।
मुकुट हमारा लौटा करके, तुमने हम पर उपकार किया।
सत्तर वर्षों की पीड़ा हर हमको नव जीवन दान दिया।।
अब घाटी के हर कोने में, फिर से केसर महकेगी
भारत के हर घर घर में, आज दिवाली दमकेगी।
दिल यह आज पुकार रहा है, खुल कर जश्न मनाओ सब।
जिस गली भी अफजल दिख जाए,उसकी गर्दन नप जायेगी।।
हर घर में संदेश भेज दो आज तिरंगा फहराएंगे।
भारत के चारों कोने में, विजय दिवस आज मनाएंगे।
कह दो जाकर गद्दारों से, अब है उनकी खैर नहीं।
घाटी में यदि कोई अफजल आया, तो हम उसकी गरदन उतराएंगे।।
(अशोक राय वत्स)© स्वरचित
जयपुर
विषय-- मिसाल/उदाहरण
ताज हमारा लौटाया है, स्वाभिमान भी लौटाया है।
देखो भारत के वीर पुत्र ने, गौरव फिर से लौटाया है।।
जो अब तक नासूर बना था ,उसने उसको है सुलझाया।
बन कर मिसाल खोए वैभव को,उसने फिर से लौटाया है।
एक प्रधान है एक विधान है, एक देश में एक निशान है।
मान मिला है वर्षों बाद, कहता ऐसा अब स्वाभिमान है।।
मुकुट हमारा लौटा करके, तुमने हम पर उपकार किया।
सत्तर वर्षों की पीड़ा हर हमको नव जीवन दान दिया।।
अब घाटी के हर कोने में, फिर से केसर महकेगी
भारत के हर घर घर में, आज दिवाली दमकेगी।
दिल यह आज पुकार रहा है, खुल कर जश्न मनाओ सब।
जिस गली भी अफजल दिख जाए,उसकी गर्दन नप जायेगी।।
हर घर में संदेश भेज दो आज तिरंगा फहराएंगे।
भारत के चारों कोने में, विजय दिवस आज मनाएंगे।
कह दो जाकर गद्दारों से, अब है उनकी खैर नहीं।
घाटी में यदि कोई अफजल आया, तो हम उसकी गरदन उतराएंगे।।
(अशोक राय वत्स)© स्वरचित
जयपुर
बिषयःः# मिशाल/उदाहरण#
विधाःः काव्यःः
क्या मिशाल दें भगवन महिमा की,
ऐसा कहीं कोई दूजा नहीं दिखता।
नित चमत्कार इसी दुनिया में होते,
और उदाहरण कोई नहीं दिखता।
हम भी क्या कभी ऐसा कर पाऐं।
सुनाम यहाँ कभी अपना कर पाऐं।
सत्कर्म कभी कुछ कर नहीं सकते,
फिर कैसे ये मिशाल पेश कर पाऐं।
नहीं कर सकें औपचारिकता पूरी
हम समय सदुपयोग नहीं करते हैं।
कुछ मिशाल आलोचक की बनते,
लेकिन समालोचना नहीं करते हैं।
बनें उदाहरण ऐसा काम कर लें।
कुछ अपने देश का नाम कर लें।
जीवन में आवश्यकताऐं हों पूरी,
केवल इतना सा सद्काम कर लें।
स्वरचितः ः
इंजी. शंम्भूसिंह रघुवंशी अजेय
मगराना गुना म.प्र.
विधाःः काव्यःः
क्या मिशाल दें भगवन महिमा की,
ऐसा कहीं कोई दूजा नहीं दिखता।
नित चमत्कार इसी दुनिया में होते,
और उदाहरण कोई नहीं दिखता।
हम भी क्या कभी ऐसा कर पाऐं।
सुनाम यहाँ कभी अपना कर पाऐं।
सत्कर्म कभी कुछ कर नहीं सकते,
फिर कैसे ये मिशाल पेश कर पाऐं।
नहीं कर सकें औपचारिकता पूरी
हम समय सदुपयोग नहीं करते हैं।
कुछ मिशाल आलोचक की बनते,
लेकिन समालोचना नहीं करते हैं।
बनें उदाहरण ऐसा काम कर लें।
कुछ अपने देश का नाम कर लें।
जीवन में आवश्यकताऐं हों पूरी,
केवल इतना सा सद्काम कर लें।
स्वरचितः ः
इंजी. शंम्भूसिंह रघुवंशी अजेय
मगराना गुना म.प्र.
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